वो शाम
वो शाम
तुमसे मिला तो लगा कुछ विशेष है,
अभी बाकी मुझ में कुछ और शेष है।
मैं तुम को जानता भी नहीं था उस समय,
और आपका तो हमारे तरफ ध्यान भी
नहीं था।।
मैं महफ़िल में ये कहता हूँ, आप में
कुछ ख़ास है।
मेरे दिल के अरमान उछले है जिसमें
विश्वास है।।
आओ मिलकर एक अपनी विशेष
महफ़िल बनाते हैं।
हम आपसे पूछे की मेरे दिल में ये
बेचैनी क्यों है?
लगता है कि प्यार हुआ है...

