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Premnath Yadav

Tragedy

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Premnath Yadav

Tragedy

वो कब मिला

वो कब मिला

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बन्दों से क्या गिला

ख़ुदा से क्या मिला


ग़म-ए-दहर मिला

बिखरा आसमां मिला


और उस परी रु का 

ख्यालों से ख्याल मिला


फिर आगे क्या हुआ

अश्कों में बहता वो मिला


सिमटा आशियाँ मिला

अज़ाब-ए-जहाँ मिला


और जब देखा उसे कराहता

'प्रेम' लहू में तर-बतर मिला।


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