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अशोक जोशी

Romance

3.5  

अशोक जोशी

Romance

वो चाँद कह के गया था..

वो चाँद कह के गया था..

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वो चाँद कह के गया था,

करना मेरा इंतज़ार,

मैं फिर आऊंगा,

कर दूंगा रौशन जहान,

कर लेना दीदार,

फिर अपने यारा का,

जो कर रही बेसब्री से,

तेरा ही इंतज़ार,

कब फैले चाँदनी का,

शुभ्र उजियारा,

और उसका चेहरा चमक उठे,

चाँद के मानिंद,

कुछ तो मिलेगा फल,

तुझे इंतज़ार का,

वो चाँद कह के गया था,

करना मेरा इंतज़ार,,,



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