वो भी क्या दिन थे
वो भी क्या दिन थे
आँखों में तलब
होठों पर एतबार था,
दिल का ख़ुमार
धड़कनों में बेशुमार था।
दिल इस कदर पागल,
न जाने क्यों लाचार था,
वो भी क्या दिन थे,
जब मुझे तुमसे प्यार था !
जब मुझे तुमसे प्यार था !
