वंदन
वंदन
कोटी कोटी वंदन
माँ भोम के वीर सपूतों को
कोटी कोटी वंदन
बचाने इस देश की धरा आज
किया जीवन अर्पण आज।
देख रही थी पत्नी सजाकर साज
तिरंगे में लिपट कर आई लाश
मीला है परमवीर चक्र का ताज।
धन धन है वो जनेता आज
कलेजा का टुकड़ा दिया देश के काज।
है वो नारी भारत देश की शान
रखने हरी धरा दिया सिंदुर का दान।
कोटी कोटी वंदन
माँ भोम के वीर सपूतों को
कोटी कोटी वंदन।