STORYMIRROR

Chaitrali Dhamankar

Abstract

2  

Chaitrali Dhamankar

Abstract

वक्त

वक्त

1 min
202

वक्त है तो सब है 

वक्त है तो सुख है 

वक्त फिसल जायेगा 

तो जीवन सिर्फ दुख है।


होता है इंतजार 

वक्त का हर किसी को 

वक्त गुजर जाते ही 

होती है तकलीफ दिल को।


फल होता है मीठा 

अगर करेंगे इंतजार 

लेकिन वक्त है जालिम 

करता है दिल को बेकरार।


रुठना वक्त पे

वक्त को मनाना 

यही है जिंदगी 

जी भर के लूटो ये खजाना।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract