STORYMIRROR

Chaitrali Dhamankar

Romance

3  

Chaitrali Dhamankar

Romance

बारिश

बारिश

1 min
240

क्या कहना कल की बारिश का 

जी ने चाहा उसकी लहरों में बहना 

लेकिन तुम्हारी चाहत ने रोका 

इश्क है तो एकसाथ झूमना

जालीम ने किया धीरे से इशारा 

गिले बालोंके बुंदो को है छुना 

मेरे मन की बात जो छिन ली 

तुम्हारे लिये ही सजाया बुंदोका गहना



ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Romance