वक्र यहां किरदार
वक्र यहां किरदार
दुनिया यह गोल
मानता है संसार
फिर भी इंसां का
वक्र यहां किरदार
मानवता को घोलकर
गटक गए धनलोभी
ऐसे में फिर अंत्येष्टि
भी बुकिंग पर होगी
हे प्रभु देश के लोगों
को दीजिए सन्मति
मानवीय मूल्यों को भी
समझें इंसानी संपत्ति।