विश्व मधुमेह रोग दिवस
विश्व मधुमेह रोग दिवस
भारत निश्चय आगे बढ़ रहा है किंतु मधुमेह रोग जैसा संकट ना कम हो रहा है
जिस तरह मधुमेह रोग लोगो में बढ़ रहा है।
जैसे लगता भारत महामारी के स्तर पर पहुंच रहा है।
युवा पीढ़ी में मधुमेह रोग का पता लग रहा है
यह आंकड़ा रात दिन दोगुना चौगुना जैसे बढ़ रहा है
जब अधिक भूख और प्यास लगे
जब बार बार पेशाब भी लगे
जब शरीर जब साथ न रहे
सुस्ती हरदम आस पास है रहे
शरीर का वजन कम होता मिले
घाव भी बहुत देर में भरें
एलर्जी सदैव आस पास है लगे
यह मधुमेह रोग का लक्षण दर्शाता है
धीमे जहर जैसा मधुमेह रोग शरीर में प्रवेश कर आता है
हर साल दुनियाभर में मधुमेह से 40 लाख लोगो की मौत होती है।
यह आंकड़े मैं नहीं स्वयं विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट यह कहती है।
इस बीमारी के बारे में जानकर लोग जीवन शैली में बदलाव करें
<p>लोगो में जागरूकता फैला कर इस बीमारी से निजात पाएं
इस दिन ही हम मधुमेह दिवस क्यूं मनाते है इसके पीछे छुपे गहरे भेद हम बताते है।
इस दिन वैज्ञानिक सर फ्रेडरिक बैंटिंग का जन्म हुआ था
1922 में इंसुलिन का खोज भीहुआ था
14 नवंबर को इसे मनाने के लिए चुना गया था
बेकाबू मधुमेह को काबू में रखने में सहायता भी मिला था
दुनियाभर में हर 10 में से 1 वयस्क को मधुमेह की शिकायत है
विश्व भर चीन ही नहीं अन्य राष्ट्र और स्वयं भारत भी इससे आहत है
जहां यह रोग से रोगियों की संख्या सबसे अधिक हुई है
इस बीमारी से हार्ट किडनी लीवर आंखो से सबंधित तकलीफे भी बढ़ी है
यह रोग गंभीर होने पर जानलेवा भी हो सकता है।
मधुमेह रोग पर ना ध्यान देंने से व्यक्ति का मृत्यु भी हो सकता है।
अपने जीवन में पौष्टिक आहार संतुलित जीवन व्यायाम योगा शामिल करें
अपना जीवन मधुमेह को ध्यान रखते हुए अपना जीवन सुखदाई करें।