विपिन रावत श्रद्धांजलि
विपिन रावत श्रद्धांजलि
आपको इतनी जल्दी जाने की क्या ज़िद हैं
की दुश्मनों में ख़ौफ़ का तेरा नाम बाकी हैं
लौट आओ छोड़कर जाने वाले वतन को
की सेवा करने को सीमा की शाम बाकी है
अदम्य, अद्भुत, साहस, संयम, नेक नियत से
सब नतमस्तक हुआँ हैं दुश्मन देश का अपने
अभी तो बनना शुरू हुआ हैं प्यारा भारत
सोने की चिड़िया खातिर तेरा काम बाकी है।
