विजयदशमी का पर्व
विजयदशमी का पर्व
विजयादशमी पर्व पर मन के सभी विकारों का नाश हो,
अंधियारा हो जाए समाप्त चहुँ ओर प्रकाश ही प्रकाश हो,
अहंकार को त्यागकर मिठास घुल जाए हर रिश्तों में जब,
छल प्रपंच सब दूर रहे सबके अधरों पर बस मुस्कान हो,
प्रण लो अपने जीवन में अन्याय का ना कभी साथ देगो,
छल -कपट से दूर रहो सन्मार्ग की तरफ तुम्हारी राह होI