विज्ञान की महिमा
विज्ञान की महिमा
नील गगन में पक्षियों का विचरण करना,
राइट ब्रदर्स का जहाज़ के पँखों को फैलाना,
गंतव्य स्थलों तक मिनटों में पहुँचाना,
वाह रे ! विज्ञान तेरी महिमा का करते हम गुणगान।
वन उपवन में कुसुम सुमन को महकाना,
हरित पत्तियों का प्रकाश संश्लेषण से भोजन बनाना,
पौधों को नव जीवन देकर माटी की उर्वरता बढ़ाना,
वाह रे! विज्ञान तेरी महिमा का करतें हम बखान।
भानु , राकेश ,धरा का परिक्रमा करते हुए,
एक दूजे के प्रकाश को अवरूद्ध कर जाना,
दिन में तिमिर से सूर्यग्रहण का एहसास कराना,
चन्द्र को पृथ्वी की छाया का पट पहनाना,
वाह रे! विज्ञान तेरी महिमा करते हम गुनगान।
नींबू का सादे जल में डूब जाना,
नमकीन समुद्र में तैरने की कला दिखाना,
जल का उड़कर बादल बन जाना,
भाप का घुमड़ घुमड़ कर बरस जाना,
वाह रे विज्ञान तेरी महिमा का करते हम बखान।
संजय का धृतराष्ट्र को आँखों देखो हाल बताना,
यंत्रों के माध्यम से रोचक दृश्यों को लाइव दिखाना,
रेडियो टेलीविजन चैनल से दूरी का दर्शन कराना,
वाह रे! विज्ञान तेरी महिमा का करते हम गुणगान।
न्यूटन के गुरूत्वाकर्षण रहस्य से अवगत कराना,
उछलती हुई वस्तु का पुनः धरा से आकर्षित हो जाना,
घर्षण बल से पहियों को चलाना ,
वाह रे! विज्ञान तेरी महिमा का करतें हम बखान।
रमन , आर्यभट्ट , भास्कराचार्य,
ऋषिकणाद का परमाणु आविष्कार,
माधवाचार्य , पाइथागोरस का योगदान,
समस्त नवज्ञाताओं का समर्पित आह्वान ,
वाह रे! विज्ञान तेरी महिमा का करते हम गुणगान ।
