वीर सिपाही
वीर सिपाही
शूर वीर जो सीमा पर,
प्राण निछावर करते हैं।
भारत माँ के वीर सिपाही,
कभी नहीं मर सकते हैं।।
वे दुश्मन की छाती पर,
बारूदी फसलें बोते हैं।
जब लिए तिरंगा हाथों में,
जय भारत माता बोलते हैं।।
दुश्मन दल थर्रा जाता,
जय हिन्द का नारा बोलते हैं।
भारत माँ के वीर सिपाही
कभी नहीं मर सकते हैं।।
चाहे बर्फ जमी हो पर्वत पर,
चाहे वर्षा और धूप रहे।
अडिग रहे ये वीर सिपाही
और सीमा महफूज रहे।।
हे कारगिल के अमर सपूतों,
नमन तुम्हें हम करते हैं।
भारत माँ के वीर सिपाही
कभी नहीं मर सकते हैं।।