वीर अंजनी पुत्र
वीर अंजनी पुत्र
हनुमान जी की महिमा अनंत,
रामभक्त कीर्ति, जिनकी गाथा अद्वितीय।
सिंह समान बलशाली वीर,
कृपा से आपकी दूर होते सभी पीर।
राम-नाम की शक्ति अपार,
सीता खोजी, लांघे सिंधु विशाल।
संजीवनी बूटी लाए हनुमान,
राम की सेवा में सदा तत्पर महान।
आपका चरित्र सरल और पावन,
भक्ति में आपकी बनते सारा जग मस्तक झुकावन।
श्रीराम की कथा सुनाते हैं निरंतर,
ध्यान में रमे रहते, संतोष के सागर।
विनम्रता आपकी सबसे न्यारी,
नमन हनुमान जी, करुणा की धारा।
आशीर्वाद से आपके सब काज सरे,
जय हो वीर हनुमान, जीवन में जय की धुन बजे।
