वही तो पिता है
वही तो पिता है
जो दुनिया के तमाम तकलीफों से जूझते हुए,
हर संघर्षों का मुकाबला हँसते हुए करता है ।
जो अपना पेट काटकर भी हमारी जरूरतों के फटेहाल चादर को सिता है ।
हाँ ! सचमुच वही तो पिता है।
जिसके चेहरे हमारी एकमात्र किलकारी से खिल जाती है ।
जिसको तमाम खुशियाँ हमारी एक मुस्कान से मिल जाती है।
जो इस दुनिया में हमारे आने के पहले से ही ,
हमारी जरूरतों के संग जीता है !
हाँ ! वही तो पिता है।
जो अपनी आहट से ही खुद के मौजूद होने का खुद ही एहसास करा देता है।
जिसके डाँट- फटकार में भी प्यार का अनमोल भंडार भरा होता है।
हाँ ! वही तो पिता है।
जो चाहे जहाँ भी रहे हमारे साथ रहता है।
हमारे पास रहता है।।
