STORYMIRROR

Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Inspirational

3  

Brijlala Rohanअन्वेषी

Action Inspirational

वही तो पिता है

वही तो पिता है

1 min
225

जो दुनिया के तमाम तकलीफों से जूझते हुए, 

हर संघर्षों का मुकाबला हँसते हुए करता है ।

जो अपना पेट काटकर भी हमारी जरूरतों के फटेहाल चादर को सिता है ।

हाँ ! सचमुच वही तो पिता है।

जिसके चेहरे हमारी एकमात्र किलकारी से खिल जाती है ।

जिसको तमाम खुशियाँ हमारी एक मुस्कान से मिल जाती है।

जो इस दुनिया में हमारे आने के पहले से ही ,

हमारी जरूरतों के संग जीता है !

हाँ ! वही तो पिता है।

जो अपनी आहट से ही खुद के मौजूद होने का खुद ही एहसास करा देता है।

जिसके डाँट- फटकार में भी प्यार का अनमोल भंडार भरा होता है।

हाँ ! वही तो पिता है।

जो चाहे जहाँ भी रहे हमारे साथ रहता है।

हमारे पास रहता है।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Action