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Upama Darshan

Drama

5.0  

Upama Darshan

Drama

व्हाट्सअप

व्हाट्सअप

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युग व्हाट्सएप का आया,

सब पर इसका जादू छाया

बच्चे, बूढ़े, पुरुष और स्त्री,

कोई इससे बच न पाया


तरह तरह के मैसेज आते,

कुछ हँसाते कुछ गुदगुदाते

कुछ जीवन दर्शन समझाते,

ज्ञान की ढेरों बातें बताते


कुछ शुभकामनाएँ देने को आते,

चेहरे पर मुस्कान लाते

कुछ अंधविश्वास फैलाते,

कुछ अप्रैल फ़ूल बनाने आते

कुछ केवल अफवाह फैलाते,

लोगों के दिलों में नफ़रत जगाते


ऐसा ही एक मैसेज आया,

1 जनवरी सोमवार बताया

हर माह के नंबर वाली तिथि को,

सोमवार है अबकी आया


लोगों ने विश्वास सहज किया,

फॉरवर्ड कई ग्रुप में किया

बुद्धि थोड़ी क्यों न लगाई,

कैलेन्डर देख सकते थे भाई


दूसरा आया इससे बढ़ कर,

फरवरी खास है अबकी बार

चाइनीज़ इसे मनी बैग कहते,

“चार बार” आए हर “वार”

आठ सौ तेईस साल में ऐसा,

होता है सिर्फ़ एक ही बार

तुरंत पांच को फॉरवर्ड करो,

धन का लगेगा फिर अंबार


तरस भेजने वाले पर आया,

गणित बड़ा कमजोर है पाया

चार और सात का गुणा न जानें,

लोग बने ऐसे दीवाने

अट्ठाईस दिनों का माह है होता,

“वार” हर चार बार ही होता

इसमें है कुछ खास नहीं,

फेंगशुई पर अंधविश्वास नहीं सही


मैसेज आया एक ज्योतिषी जैसा,

मोबाइल नंबर से उम्र बताए

कुछ नंबर गुणा जोड़ करवाए,

जन्म का साल उसमें से घटाए,

चमत्कृत हुए बहुत से लोग,

जब अपनी उम्र का नंबर पाए

बीजगणित जो ध्यान में होता,

समीकरण का समाधान होता


भ्रामक मैसेज को जाँचे परखें,

अप्रैल फ़ूल न बनने पाएँ

बड़ा सशक्त माध्यम है ये,

सद उपयोग में इसको लाएँ !


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