तू ही सच्चा पिता है हमारा
तू ही सच्चा पिता है हमारा
तू ही सच्चा पिता है हमारा,
तू ही दिलबर सनम जां से प्यारा ।
हो के तुमसे जुदा मेरे हमदम,
कुछ न अस्तित्व होगा हमारा ।
जग की अनजान राहों पे भगवन,
कर पकड कर दिया है सहारा ।
तेरे अनगिनत है उपकार हम पर,
हमसे करना कभी ना किनारा ।
छूट जाए जगत कोई हो शत्रु पर,
तुम से छूटे न रिश्ता हमारा ।
संग तेरा रहे हस के दुख सुख सहू,
है नही मेरा तुम बिन गुजारा ।
तू ही सच्चा पिता है हमारा,
तू ही दिलबर सनम जां से प्यारा ।।