तू चाहिए
तू चाहिए
मुझे सिर्फ तू चाहिए
ये मत पूछ क्यों चाहिए
मुझे सिर्फ एक तू चाहिए।
जानती हूँ तू किस्मत में नहीं
मगर किसने देखा है कल
मुझे मेरे आज में तू चाहिए।
थोड़ा दुख थोड़ा सुख बांट लेंगे
जमीं पर ही पूरी जिंदगी काट लेंगे
होगा साथ तेरा अंधेरों में चल लूंगी
हाथ में हाथ डाल कर काफिलों को भी छू लूंगी।
मुझे तेरा वक़्त चाहिए
ये मत पूंछ क्यों चाहिए
बस जहां तक राह है
वहां तक तेरी चाह चाहिए।
तेरी ज़िन्दगी तक मेरी ज़िन्दगी होनी चाहिए
वहीं पड़ मेरी राह खत्म होनी चाहिए।
मुझे सिर्फ तू और तू चाहिए
ये मत पूछना तू मुझे क्यों चाहिए।