देश शमशान ना बन जाए
देश शमशान ना बन जाए
हैवान मत बनो कर्फ्यू को समझो
मरने से अच्छा घर पर रह लो।
ये बीमारी नहीं फैला रही महामारी है
एक बीमार इंसान ही सब पर भारी है।
देश की आबादी की हो रही अब बर्बादी
इस चीज को सोच कर दिखाओ समझदारी।
ये मंदिर कहीं श्मशान ना बन जाए
हम सब भविष्य में कंकाल ना बन जाए
इससे पहले देश को सम्भाल लो
खुद को घर के अंदर ही बांध लो
है। मानव मत समझो खुद को इतना महान
तुम्हारे सेवा के लिए घूम रहे है भगवान
ये वो वक़्त है जहां दूर हो कर ही लड़ना है
मुसीबतों का सामना रुक कर ही करना है।
मत बनाओ तुम इस मंदिर को श्मशान
मत बनने दो देश को श्मशान।
