STORYMIRROR

Anjali Jha

Tragedy Others

4  

Anjali Jha

Tragedy Others

देश शमशान ना बन जाए

देश शमशान ना बन जाए

1 min
437

हैवान मत बनो कर्फ्यू को समझो

मरने से अच्छा घर पर रह लो।


ये बीमारी नहीं फैला रही महामारी है

एक बीमार इंसान ही सब पर भारी है।


देश की आबादी की हो रही अब बर्बादी

इस चीज को सोच कर दिखाओ समझदारी।


ये मंदिर कहीं श्मशान ना बन जाए

हम सब भविष्य में कंकाल ना बन जाए


इससे पहले देश को सम्भाल लो

खुद को घर के अंदर ही बांध लो

 

है। मानव मत समझो खुद को इतना महान

तुम्हारे सेवा के लिए घूम रहे है भगवान


ये वो वक़्त है जहां दूर हो कर ही लड़ना है

मुसीबतों का सामना रुक कर ही करना है।


मत बनाओ तुम इस मंदिर को श्मशान 

मत बनने दो देश को श्मशान।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy