तुम्हारा साथ
तुम्हारा साथ
मेरा जीवन हो,
मेरे मन में हो,
मन में बसी है सिर्फ तुम्हारी तस्वीर,
अब तुम्हारे बिना नहीं मेरी तक़दीर,
साथ थी हूँ और हमेशा रहूंगी,
हर दर्द सिर्फ तेरे लिये सहूंगी,
बस कभी मुझसे होना नहीं दूर,
प्यार और लगाव देना मुझे भरपूर,
न पैसा चाहती हूं न कोई तोहफा,
बस मैं चाहती हूं तुमसे सिर्फ और सिर्फ वफ़ा,
जीवन के इस सफ़र में चाहती हूं बस तुम्हारा साथ,
सुकून मिलेगा जब कभी नदियाँ किनारे थामूंगी तुम्हारा हाथ,
बस चाहती हूं तुमसे तुम्हारा कुछ वक़्त,
इस दिल ने लगाई हो जैसे बस तेरे नाम की रट,
ख़्वाहिश यही है कि हो अकेलेपन में प्यार भरी बात,
मेरे हमनवां तू निभाना हर घड़ी मेरा साथ,
तेरा साथ हो तो मिलता है सुकून,
बस तुझे देख लूं यही रहता है जुनून,
ज़िंदगी में मेरा हमसफ़र तू ही हो तो ही बनेगी बात,
मेरे हमनवां बस चाहती हूं इस छोटे से जीवन में तुम्हारा सच्चा साथ।

