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Rishabh Tomar

Romance

3  

Rishabh Tomar

Romance

तुम्हारा चंदर

तुम्हारा चंदर

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तू मेरा जिस्म बने, मैं रूह बनकर तेरे अंदर हो जाऊँ

मैं पानी तू लहर, तुझमें घुलकर यार समंदर हो जाऊँ

राम- सिया, शिव- शक्ति होना अपने बस के बाहर है

जो इश्क़ करो तुम सुधा सा मैं तुम्हारा चंदर हो जाऊँ



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