STORYMIRROR

Adarsh Kumar

Romance

2  

Adarsh Kumar

Romance

तुम , यादें और ज़िन्दगी

तुम , यादें और ज़िन्दगी

1 min
158


बस तुम हमेशा मेरे रहने की बात करते हो

क्या तुम भी मुझसे इश्क़ बेशुमार करते हो


देखा है मैंने कइयों को गैर का होता

क्या तुम भी वक़्त बदलने पर ऐसे सवाल करते हो..!


यादें तो हर कोई दे जाता है

बस यूं यादों में जीना नहीं चाहता,

अरे, तुम यादों में नहीं

हक़ीक़त में जीने की बात करते हो

हां शायद ये सच है

 

की तुम मुझसे इश्क़ बेशुमार करते हो....!

     

  


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance