तुम नाराज़ हो
तुम नाराज़ हो
तुम नाराज़ हो
पर इतनी दूर हो
कि मना भी नहीं सकता
याद आने और न
आने के बीच में तुम हो
रास्तों पर चलकर
तुम्हें पा नहीं सकता
तुम रहती हो उस जगह
जहां मेरा न होना होना है
मैं हो के तुम तक
आ नहीं सकता
तुम्हारे नफरत कि
वजह मैं हूँ
पर मैं ना हूँ तो
नफरत भी
पा नहीं सकता

