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Amit Tiwari

Romance

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Amit Tiwari

Romance

तुम नाराज़ हो

तुम नाराज़ हो

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तुम नाराज़ हो

पर इतनी दूर हो

कि मना भी नहीं सकता


याद आने और न

आने के बीच में तुम हो

रास्तों पर चलकर

तुम्हें पा नहीं सकता


तुम रहती हो उस जगह 

जहां मेरा न होना होना है

मैं हो के तुम तक

आ नहीं सकता


तुम्हारे नफरत कि

वजह मैं हूँ

पर मैं ना हूँ तो

नफरत भी

पा नहीं सकता


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