आज़ादी क्या है?
आज़ादी क्या है?


आज़ादी क्या है?
प्रेस किए हुये कपड़े, सुबह का नाश्ता
दोपहर का स्वादिष्ट टिफिन और शाम की चाय
फिर घर वापस आना खाना खाना सो जाना रोज़ाना
मैं इस व्यक्ति की आँखो में आँखें डाल कर पूछना
चाहता हूँ
आज़ादी क्या है?
आज़ादी क्या है?
रोज़ सबसे पहले उठना
नाश्ता बनाना सबको खिलाना फिर खुद खाना
बच्चे पैदा करना, शारीरिक यातना में सबसे ज्यादा
हिस्सेदारी उठाना
पुरुष वादी समाज के गढ़े हुये इज़्ज़त के घर में सबसे
ज्यादा भागीदार होना
सर्वगुण सम्पन्न होने के बोझ को जीवन भर ढोना
मैं उस माँ, बेटी , बहू और बहन की आँखो में देखकर
पूछना चाहता हूँ
आज़ादी क्या है?
आज़ादी क्या है?
मुखौटे लगाकर एक न खत्म होने वाली दौड़ में
शामिल होना
पीठ पर ज़िंदगी का बस्ता लाद कर खुद को उड़ने
से रोकना
और टाई लगाकर लाइन में खड़े हो जाना
मैं इस नौजवान से पूछना चाहता हूँ
आखिर आज़ादी क्या है?
आज़ादी क्या है?
अपने गाँव के उस छोटे बच्चे जिसका नाम
चिरई, गोरई या झरई है
जो ठंड में भी स्कूल का ड्रेस पहनकर जिसके नीचे
की बटन
ऊपर के काज़ में लगी होती है
पीठ को ढक रही होती है मगर कमर खुली होती है
से पूछना नहीं चाहता कि
आज़ादी क्या होती है,
उसके आँखो कि पिलिमा को
उसके गाल के खरखरे पन को
बहुत कम उम्र में फट पड़ी बेवाइयों को
फिर भी झलकती हुई बचपनी मुस्कुराहट को देखता हूँ
नीम के पत्ते सा घूंट पीता हूँ
और, खुद कि आँखो में आँखें डालकर पूछता हूँ
आज़ादी क्या है?