तुम जाओ
तुम जाओ
देखो सामने उगता सूरज तुम्हें पुकारता है,
सुबह की किरणों से तुम्हारा स्वागत करता है,
और पीछे तनहा मुझे मेरा अँधेरा निहारता है,
देखो सामने चन्द्रमा निकल कर आया है,
तुम चले जाओ यहाँ से दूर गगन में तारे छूने,
मुझे पाताल में जाना है वहां मुझे ही बुलाया है,
देखो सागर की लहरें कितना शांत सा शोर है,
तुम्हारे पास नाव तो है इसे पार करने के लिए,
मैं नहीं आ पाउँगा तुम जाओ किनारा पुकारता है,