तुम होते तो
तुम होते तो
इस मंजर में तुम होते तो बात निराली हो जाती
दे आवाज़ तुमको बुलाती ख़ुद सवाली हो जाती।
हाथ थामते मेरा तुम मैं सुधबुध जाती भूल प्रिये
तेरे प्रणय-सूत्र के बंधन मे मैं मतवाली हो जाती।
स्वप्न सलोने एहसास जादुई हो जाते काश सकल
हरपल होता मनहर जब मैं तेरी घरवाली हो जाती।
मधुरिम गीत मधुर यामिनी में प्रीत संग हम गाते -
कुछ कलियों से जीवन मे ढेरों खुशहाली हो जाती।
हम तुम एक तरु से होते और सजे होते पुष्पों से
उस दुनिया की रंगत मे ग़ज़ब हरियाली हो जाती।
