तुम ही हो
तुम ही हो
मेरी खुशी के भागीदार एक तुम ही तो हो,
मेरे दुख के राज़दार एक तुम ही तो हो,
तुम हो तो ज़िन्दगी है,
तुम हो तो बंदगी है,
बिना तुम्हारे गम है,
सिर्फ़ तुम्हारे लिये ये आंखे नम हैं,
बस एक तुम ही तो हो जिसे मैंने पुकारा,
बस एक तुम ही तो हो जिसके लिये मैंने खुद को सँवारा,
बस एक तुम ही हो जिसका मैने किया इंतज़ार,
बस एक तुम ही हो जिसके लिये मन रहता है बेक़रार।

