केवट जागे हैं भाग्य तुम्हारे। जगतपति,घाट पै पधारे।। केवट जागे हैं भाग्य तुम्हारे। जगतपति,घाट पै पधारे।।
तुम हो तो ज़िन्दगी है, तुम हो तो बंदगी है! तुम हो तो ज़िन्दगी है, तुम हो तो बंदगी है!
खुदाया माफ करना इस गुनाह को, जो नफरत में ऐसे तबदील हुआ खुदाया माफ करना इस गुनाह को, जो नफरत में ऐसे तबदील हुआ
अपने हर फैसले में हमें भी भागीदार बनाए ऐसा एहसास चाहिए अपने हर फैसले में हमें भी भागीदार बनाए ऐसा एहसास चाहिए
मैं थी उसके साथ असमंजस में जब कार मुड़ गई थी ट्रक की ओर मैं थी उसके साथ असमंजस में जब कार मुड़ गई थी ट्रक की ओर