तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो ....(पैरोडी)
तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो ....(पैरोडी)
तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो ....(पैरोडी)
तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो,
तो मेरा देश आगे बढ़ता रहे, तो मेरा भारत प्रगति करता रहे।।
बुद्ध,महावीर, नानक जनमे जहां,शिवाजी,प्रताप,झांसी सी मर्दानी वहां!।
तुम अगर त्याग करने का वादा करो,तो मेरा देश उन्नति करता रहे।
तुम अगर साथ देने का वादा करो...तो मेरा भारत आगे बढ़ता रहे ...॥
अन्य देशों से इसकी तुलना नहीं,हर तरफ़ जोश और हे रोशनी!
लुटा देंगे जान हम इस पर,ना सोचेंगे दोबारा, मेरा भारत मुझे,
हे प्राणों से प्यारा!!तुम अगर साथ चलने का वादा करो,मेरा भारत आगे बढ़ता रहे ...॥
कितनी मुश्किल से आजादी पाई हमने ,उसे यूँ ही गंवाना गवारा नहीं !!
मातृभूमि सा कोई दुलारा नहीं।जान से इसे अधिक प्यारा नहीं।
तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो....॥
मैंने पी ली है देश-प्रेम की हाला,देशभक्ति की धधकती है, दिल में ज्वाला!
खूँ के हर कतरे में भरा जोश है -2माँ की ममता से दिल सराबोर है.... !!
तुम अगर जी-जान से मेहनत करो ,तो मेरी धरती सोना उगलती रहे !।
तुम यूं ही साथ देने का वादा करो .......।।
हर नागरिक को हो गर, कर्तव्य का ख़याल,नेकी पर चले और करे जी तोड़ काम,
देश राम और कृष्ण के गुण गाता रहे !! राधेश्याम, सीता राम गाता रहे।।
तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो....॥
नेता रखें अगर जन-जन की सुविधा का ध्यान ,
तो कोई ताकत हमें गिरा सकती नहीं ,
धर्म-जाती भाषा के जहर से ना हो वास्ता,सभी रहें प्रेम से,
दिल रहे नाचता!!तुम अगर कर्तव्य निभाने का वादा करो....॥
