पावन पर्व रक्षाबंधन
पावन पर्व रक्षाबंधन
भाई बहन के प्यार का आया पावन पर्व,
सनातन संस्कृति हमारी, करते हम सभी गर्व।
ओ बंधु ओ भाईया करते हम सभी गर्व
यह रिश्ता है इतना अनमोल,
कभी लगाना ना तुम इसका मोल।।
कच्चे धागे में बंधा, भाई बहन का प्यार।
सहोदर के प्यारे रिश्ते से ,
कभी ना करना इनकार।।
रक्षा का विश्वास इसमें ,
बहन जिसकी करती आस।
पवित्र प्रेम का बंधन है
बहन-भाई के भाल पर, लगाती अक्षत चन्दन है।।
भाभी प्रेम से करती नंद का अभिनंदन,
ऐसी संस्कृति को हमारा शत-शत वन्दन है।।
भाई की भाव भरी मनुहार
पहुंचता लिवाने बहन के द्वार।
बहन करती आदर सत्कार,
दर्शाता परिवार का प्यार,
मात-पिता करते तनया का इंतजार,
परिवार की खुशियों का त्योहार,
बना रहे यह पावन संस्कार।।
उपहारों आशीषों से भर दो बहन की झोली,
लगाना ना कभी इस रिश्ते की बोली,
कलाई में बांध पवित्र मौली, गले लग जाते हमजोली।।
यह राखी बन्धन है ऐसा-2
