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Nandita Tanuja

Romance

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Nandita Tanuja

Romance

तुम आ जाना

तुम आ जाना

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सुनों, जनवरी के जाने तक फ़रवरी के आने तक तुम बस आ ही जाना...

मौसम के इठलाने तक नए कोपलों के आने तक तुम बस आ ही जाना....

वादों को निभाने तक साँसों को आजमाने तक तुम बस आ ही जाना....

इंतज़ार के इंतहा तक यादों के याद आने तक तुम बस आ ही जाना......

समय के बदलने तक ख्वाहिशों के मिलने तक तुम बस आ ही जाना.....

कि तेरे-मेरे रिश्तों की डोर थामने तक हाँ, तुम बस आ ही जाना....!!



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