STORYMIRROR

Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Romance Tragedy

3  

Tanha Shayar Hu Yash

Abstract Romance Tragedy

टूटे पल

टूटे पल

1 min
229

टूटे हुए रिश्तों की तस्वीर होती है

ज़रा पास जाकर देखो, लकीर होती है। 


वक़्त की शाख से बने लम्हों को देखो 

कुछ फूल खिले तो कुछ पत्ते टूटे होते है।


पुराने मौसम के बाद नए मौसम की बौछारें

सड़कें गीली आँखें नीली गाल कोरे कोरे होते है।


चिंगारी भरे अहसास भी एक दिन सो जाते 

अगर हम तेरी यादों से निकलकर किसी और के हो जाते।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract