शब्द महज आज भी बस शब्द ही हैं और तुम आज तलक बस ख़्वाब... शब्द महज आज भी बस शब्द ही हैं और तुम आज तलक बस ख़्वाब...
जो करते हैं मेहनत उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते। जो करते हैं मेहनत उनके सपने कभी अधूरे नहीं होते।
मैं क्या लिखता कोरे पन्ने पे, वो तो मुझे अपना मानती थी। मैं क्या लिखता कोरे पन्ने पे, वो तो मुझे अपना मानती थी।
पुराने मौसम के बाद नए मौसम की बौछारें सड़कें गीली आँखें नीली गाल कोरे कोरे होते है। पुराने मौसम के बाद नए मौसम की बौछारें सड़कें गीली आँखें नीली गाल कोरे कोरे होत...