तत्क्षण
तत्क्षण


1.
नदियां
अविराम बहती
सबसे यही कहती
कल कल
अस्तित्वहीन ।
2
समरूपता
प्रवाह की
जल निरंतर अग्रसर
चंचल आतुर
मनोरथसम ।
3.
नवयात्रा
पथ वही
नवपथिक नवलय नवताल
सौम्य असौम्य
अपरिहार्य
4.
लक्ष्य
एकाकार साक्षात्कार
बिंन्दू का सिंधु
होना बनना
सार्थकता ।
5.
अनुभव
रास्ते का
पथप्रदर्शक अनुगामी का
शाश्वत महत्वपूर्ण
तत्क्षण।