आज बच्चे पिता को वृद्धाश्रम छोड़ कर आते हैं ! आज बच्चे पिता को वृद्धाश्रम छोड़ कर आते हैं !
और जो टालमटोल करता, कभी समय को नहीं देखता, बहुत मुश्किल में पड़ जाता, असफलता से टकराता। और जो टालमटोल करता, कभी समय को नहीं देखता, बहुत मुश्किल में पड़ जाता, ...
कुछ तो कहना चाहती है हमसे समझना हमें है कि हम कहाँ जा रहे हैं ! कुछ तो कहना चाहती है हमसे समझना हमें है कि हम कहाँ जा रहे हैं !
अनंत, अमिट, अद्भुत अनुभव सी मैंं जीवन हूँ, जननी जीवन की। अनंत, अमिट, अद्भुत अनुभव सी मैंं जीवन हूँ, जननी जीवन की।
तीन सौ पैसठ पन्नो वाली इक्कीस तेरा अभिनंदन। तीन सौ पैसठ पन्नो वाली इक्कीस तेरा अभिनंदन।
अपनी मस्ती में मस्त होकर किनारे की ओर आती हैं। अपनी मस्ती में मस्त होकर किनारे की ओर आती हैं।