STORYMIRROR

AVINASH KUMAR

Romance

3  

AVINASH KUMAR

Romance

ठहरो मेरे दिल में

ठहरो मेरे दिल में

1 min
142

करो कुछ बात कि चैन आये दिल को

तेरी तस्वीर से बात करके थक गया हूँ मैं


रुको जरा ठहरो मेरे दिल में

जरा करार तो आये इस दिल को


आज मैंने फूलो से घर सजाया है

तुम गये तो खुशबू भी चली जायेगी


तेरी यादो के समंदर मैं डूब जाता हूँ

तैरता हूँ डूबता हूँ और गुम जाता हूं


"लाज्मी नही के आँखो से ही देंखू तुझे

तेरा तसव्व्वुर क्या तेरे दीदार से कम है"


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance