STORYMIRROR

Neha Yadav

Romance

3  

Neha Yadav

Romance

तर्पण

तर्पण

1 min
317

मेरा दर्पण बन गए हो तुम,

मेरा तर्पण बन गए हो तुम,

नैन बसेरा तुझमें साजना,

मेरा जीवन बन गए हो तुम।

कैसे कह दूं दूर जाओ

तुम मेरे अखियन से,

बन के सांसे मुझमें बस गए हो तुम।।

दिल की तमन्ना अब तो तुझसे है पिया,

बन रागिनी मैं तेरी,

मेरे प्रियतम बन गए हो तुम।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance