तोड़ देंगे जंजीर
तोड़ देंगे जंजीर
न बढ़ने देंगे कदम तुम्हारे,
न कर पाओगे तुम वार,
तोड़ देंगे जंजीर तुम्हारी,
हर बार धो के हाथ।
तुम कोरोना रूप बदल,
आओ चाहे बार बार,
न हिम्मत हारे हम,
न डरें हम बार बार।
चाहे फंदे कितने डालो,
बना कर गले का हार,
तोड़ देंगे जंजीर तुम्हारी,
बना कर मास्क की दीवार।