Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Shakuntla Agarwal

Inspirational

4.8  

Shakuntla Agarwal

Inspirational

तन्हा

तन्हा

1 min
193


तन्हा यहाँ आये थे, 

तन्हा ही जाना है,

खाली हाथ आये थे, 

दुनिया से जब कूच करेंगे,

खाली हाथ जायेंगे,

फिर क्यों वर्तमान न जीकर,

भविष्य तू टटोल रहा ?

सात पीढ़ीयों के लिए,

धन - माया बटोर रहा ?


आज तो जीता नहीं,

कल को अपने खोज रहा,

गर्भ से जब बाहर आया,

एक किलकारी पे

माँ ने दूध पिलाया,

विधाता ने तेरा भाग्य - पिटारा

साथ भिजवाया,

फिर क्यों तू इतना सोच रहा,

भाग्य अपने को कोस रहा,

वक़्त से पहले, भाग्य से ज़्यादा,

किसी को नहीं मिलता,


अपनी - अपनी क़िस्मत,

अपना - अपना हिस्सा,

पाते हैं यहाँ, माया के बाज़ार में,

स्वयँ को फ़िर क्यों तोल रहा,

कर्म की गति न्यारी है,

अपना - अपना हिस्सा,         

अपनी - अपनी पारी है,


सात जन्मों का हिसाब,

रात - दिन क्यों जोड़ रहा,

धेला साथ न जायेगा,

सभी यहीं रह जायेगा,

बावरे की तरह फ़िर,

इत - ऊत क्यों डोल रहा,

लख - चौरासी भोग कर,

ये मानुष चोला पाया है,

नेक कमाई कर ले,

"शकुन" वही तेरी माया है



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational