तिरंगा
तिरंगा
यूं तो हर दिल धड़कता है सीने में
जब सब का धड़के
एक साथ एक ही बात पे
युग को बदल डालते हैं
तिरंगा पे हर दिल कुर्बान
जब जब लहरा छू के आसमान
हमारी आन बान शान जग में हुए रोशन
क़दम उठे जो एक साथ हर मुश्किल को कर दे आसान
ये बड़प्पन है हिन्दुस्तान का
रब से ख़ैरियत मांगे सब का
हम में है जज्बा सरफरोशी का
चप्पे चप्पे में गूंजे धुन अमन शांति का
सदा आबाद रहे वतन मेरा
उसे नज़र ना लागे किसी का
जगमग जगमग करे सदा जैसे माथे की टीका
जग में खुशियां बांटे बन के फ़रिश्ता।