खुश तो बहुत है आज हम, इस चंचल मन को क्या पता, इस हँसी के लिए कितने लोगों का सिर कटा खुश तो बहुत है आज हम, इस चंचल मन को क्या पता, इस हँसी के लिए कितने लोगों...
'वो भगतसिंह, कोइ और नहीं, वो भारत माँ का लाडला, जो रंग गया अपनी खुन से अपने ही बसन्त का चोला।' भगतसि... 'वो भगतसिंह, कोइ और नहीं, वो भारत माँ का लाडला, जो रंग गया अपनी खुन से अपने ही ब...
मानव अंधा बन गया क्रूरता की हर सीमा करता पार।। मानव अंधा बन गया क्रूरता की हर सीमा करता पार।।