जोगन
जोगन
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बोल कन्हैया बोल !!
तुझ पर कौन सा रंग डालूँ
केसरिया मेरा गुरूर है
तो नीला मेरा अभिमान
लाल मेरी मोहब्बत है
तो हरी मेरी सादगी
पीली मेरी मुस्कान है
तो गुलाबी मेरी शेखियाँ
निछावर कर दें सारे तो
पल भर के लिए मेरा बन पाएगा ??
तुझ से बड़ा छलिया ना कोई
क्या पता रंग सारे तुझे छू भी ना पाए
तू ऐसा रंग डाल मुझपर
जो लगी छूटना उम्रभर
जोगन बन रमता रहूँ
नाम तेरा लेकर ।।।