तेरी महिमा अपरंपार है
तेरी महिमा अपरंपार है
अंबे जगदंबे मैया तेरी महिमा अपरंपार है l
हम हैं तेरे बालक छोटे-छोटे तू तू करुणा की अवतार है l
जब जब धरती पर बढ़ता है पाप तो तू लेती अवतार हैl
मुझे भी पार लगा दो मैया, मेरी नैया फंसी मझधार है l
तेरी महिमा अपरंपार है........
मुझे दे दे तेरी भक्ति, मैया तू तो शक्ति का अवतार है l
तेरी भक्ति के बिना मैया, मेरा तो जीवन बेकार है l
तेरी शरण में आए बिना मैया, मेरा कहां उद्धार है l
तूने अपनी शक्ति से मैया, मेरा किया सदा उपकार है l
तेरी महिमा अपरंपार है............
तू ही है शैलपुत्री माता, तू ही है ब्रह्मचारिणी l
माता तुम हो चंद्रघंटा, तुम ही हो कुष्मांडा कहलाती l
स्कन्दमाता भी नाम तुम्हारा, तुम ही हो कात्यायनी l
काल की भी काल बन जाती मैया, तुम जब बनती कालरात्रि l
तेरी महिमा अपरंपार है.......
हे माता तुम हो शंभू प्रिया, तुम ही हो माता महागौरी l
सभी सिद्धियों को देने वाली माता, तुम हो कल्याणी सिद्धीदात्री l
भव सागर से पार लगा दे हे मैया, मेरी ममतामयी भवानी l
हे अंबे जगदंबे मैया, तेरी महिमा जगत ने सदा बखानी l
तेरी महिमा अपरंपार है.......
पुनः काली का रूप धर कर आ जाओ मैया महाकाली l
हे मैया इस जगत में बढ़ रहा पाप का पुनः बोलबाला है l
सुन लो पुकार, शेर पर सवार हो के आओ मैया शेरावाली l
बोल तेरे सिवा मैया और कौन, इस जगत को बचाने वाला है l
तेरी महिमा अपरंपार है.....
