तेरी लगन लगी
तेरी लगन लगी
तेरी लगन लगी ऐसी कि अब तुझ बिन रहा न जाए,
प्रीत के रंग में रंग कर मैं राधा तू श्याम मेरा हो जाए,
मन हुआ बावरा तेरे प्यार में, तुझको ही सोचूँ हरदम,
मैं तेरी ही धुन बन जाऊँ जब तू प्रेम की बंसी बजाए,
तू न रहे पास फिर भी तेरे ख्यालों में मगन दिन-रात,
चल आसमां में, मैं चंचल चाँदनी तू चाँद मेरा हो जाए,
फूलों में खुशबू की तरह, बसा लूँ ताउम्र इस दिल में,
जाने न दूँ तुझे कहीं मैं डोर तेरी, तू पतंग मेरा हो जाए,
जो जाए तू दूर कभी, तो तुझे खींच लूँ मैं अपनी ओर,
मुकम्मल होगी ज़िन्दगी, तू जो मेरा हमसफ़र हो जाए।