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Kalyani Nanda

Romance

4.5  

Kalyani Nanda

Romance

दिल की पुकार

दिल की पुकार

1 min
611


ख्वाहिशें बहुत थी

दिल में अरमान भी थे

कि इश्क के राहों में साथ चलेंगे

पर ना जाने तुम किस राह में चल पडे

पर आज भी दिल मेरा तुमको ढूँढे।


आंसू पलकों पे ठहर जाते हैं

जब याद तुम्हारी आती है

और सब कुछ जैसे धुँधला सा लगता है।


दिल में एक कसक सी होती है

दर्द के सागर में जब हम डूब जाते हैं

क्या तुम्हे इसका एहसास होता है ?

कहते थे तुम दिल को दिल पुकारता है

आज भी ख्वाबों में नींद में

सोते जागते दिल मेरा तुम्हे पुकारता है

ना जाने तुम्हारा दिल सुन क्यूं नहीं पाता है।


मेरा दिल आज भी तुम्हें याद करता है

दर्दे दिल को संभालना मुश्किल होता है

आ जाओ एक बार तुम

मेरे दिल की धड़कन तुम्हें पुकार रही है।


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