तेरी ख़ुशबू।
तेरी ख़ुशबू।
तेरी ख़ुशबू के बारे में क्या कह सकता हूँ,
तेरे आसपास कभी-भी नहीं आ पाया हूँ।
तेरा प्यार कभी-भी हमने पाया ही नहीं था,
तेरी ख़ुशबू को महसूस कर नहीं पाया था।
आशिक एक दूजे के करीब आते-जाते है,
पर ये नाकाम आशिक तेरे पास न आया।
आमने-सामने कितनी बार न हम आए थे,
पर इतना ज़्यादा क़रीब कभी ना आए थे।
यार मैं कितना ज़्यादा ख़ुशनसीब होता,
अगर हक़ीक़त में तुम्हारा प्यार पा जाता।

