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Amit kumar

Romance

4.0  

Amit kumar

Romance

तेरे सिवा

तेरे सिवा

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तेरे सिवा किसी और को न पाऊं 

तू कहे तो इस दुनिया को छोड़ जाऊं, 

पर तेरे सिवा किसी और को न पाऊं! 

बस छोटी सी दुआ है मेरी रब से

जब आखिरी साँस मैं लूँ तो तुझे

अपने सामने बैठा मैं पाऊं पर तेरे सिवा

सातों जन्म किसी और को न पाऊं ,

अगर मर कर भी मैं दूजा जन्म पाऊं

तो तेरे सिवा किसी और को न पाऊं!

तेरी आँखों से गिरे जो आँसू तो अपने हाथों से

उसे सुखाऊं पर तेरे सिवा किसी और को न पाऊं

टूटें जो सांसें तेरी तो तुझमें मैं खुद समां जाऊं

और छोड़ कर अपनी साँसों को तुझको जिंदगी दे जाऊं

पर तेरे सिवा किसी और को न पाऊं!

तू मुझे भूल जाए मुझे तुझसे कोई शिकायत नहीं

ख्वाहिश है बस इतनी कि सांसें तू ले

और सीने में धड़क मैं जाऊं

पर तेरे सिवा किसी और को न पाऊं ....

किसी और को न पाऊं !


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