सूनी सूनी आंखों का सपना
सूनी सूनी आंखों का सपना
मेरी सूनी सूनी आंखों में हैं कुछ ख्वाब सुनहरे,
जो करने हैं पूरे हमको मिलकर तेरे संग,
तेरा मेरा मिलन गवाह होगा उन ख्वाबो के सच होने का,
देखा था जो हमने ख़्वाबों में घरोंदा अपना होगा अब हकीकत में,
मिलन की घड़ियां अब नजदीक हैं जुदाई का मौसम बीत गया,
पतझड़ का मौसम अब खत्म हुआ जितना रुलाना था रुला लिया,
बहारों का मौसम अब खुशियाँ लेकर आने को है,
जितने इम्तिहान थे दे चुके हम अब नतीजों का वक्त आ गया,
जिंदगी हमको मिला रही है फिर से एक बार सपनो को सच करने को,
इस मौके को हम यूँ ही जाया ना होने देंगे और अपने ख्वाब पूरे करेंगे,
इन सूनी सूनी आंखों में अब खुशियाँ ही ख़ुशियाँ होंगी,
ये सूनी सूनी आंखों का हर ख्वाब अब पूरा होने को है ।