मत झाँको अपनों के मन में, यार! बहुत ही छल निकलेगा! मत झाँको अपनों के मन में, यार! बहुत ही छल निकलेगा!
मंज़िल ढूंढ ली है, बस रास्ते की तलाश है, मंज़िल ढूंढ ली है, बस रास्ते की तलाश है,
हकीकत में उलट पलट कर देख लो साहब हकीकत में उलट पलट कर देख लो साहब
मेरी सूनी सूनी आंखों में हैं कुछ ख्वाब सुनहरे, जो करने हैं पूरे हमको मिलकर तेरे संग! मेरी सूनी सूनी आंखों में हैं कुछ ख्वाब सुनहरे, जो करने हैं पूरे हमको मिलकर ते...
मौके बहुत थे बहक जाने को पर शराफत ने रोक लिया मौके बहुत थे बहक जाने को पर शराफत ने रोक लिया
हर मौके पर अपना स्वाभिमान ऊँचा रखें, हर मौके पर अपना स्वाभिमान ऊँचा रखें,