सुनता कहां है वो
सुनता कहां है वो
बस मेरे ख्यालों को अपना,
समझ लेता है, वो।
मेरी हर आरज़ू को,
पूरा करने की ही सोच,
में डूबा रहता है, वो।
सुनता कहां है वो,
बस बिन सुने,
मेरी ज़िन्दगी का हर पल,
अपनी ज़िन्दगी में संजो,
सँवारता रहता है वो।
सुनता कहां है वो।।